एक समय की बात है। एक गांव में एक बड़ा मेला का आयोजन हो रहा था। यह मेला गांव वालो के लिए बड़ा उत्सव माना जाता था। पूरे गांव के लोग उस मेले में आकर मनोरंजन करते थे। उसी गांव में दो सगे भाई रहा करते थे। छोटे भाई का नाम मोहन था और बड़े भाई का नाम सोहन।
छोटा भाई मोहन का सपना था कि वह मेला घुमे और मजे करे। मोहन का बचपन से सपना था कि वह मेले में जाकर खूद खरीददारी करे। बड़े बड़े बैलुन खरीद कर उन्हें आसमान में उड़ाने के बाद उसे देखते रहे कि बैलून आसमान के बादलो में कैसे छिप जाता है। लेकिन उसके पास न तो मेले घुमने के पैसे थे और न ही बैलून खरीदने के। वह मायूस होकर घर में ही रह जाता है।
बड़े भाई की सहायता : बड़े भाई ने पूरा किया छोटे भाई का सपना
मोहन ने अपने बड़े भाई सोहन से मदद मांगने की सोचना था। वह अपने बड़े भाई के पास जाता है और बोलता है कि भैया मुझे मेला घुमने का मन कर रहा है और मेले में बिक रहे गुब्बारे खरीदने का भी इच्छा कर रहा है पर मेरे पर पैसे नहीं है। क्या आप मेरी मदद कर सकते हो।
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उसकी बातो को सुनकर बड़े भाई ने छोटे भाई के सपनो को पूरा करने के लिए तैयार हो जाता है। बड़े भाई की बात को सुन छोटा भाई बहुत खुश हो जाता है। सोहन ने मोहन को अपने साथ मेला ले जाता है और पूरे मेले की सैर करता है। मेले में बड़े भाई ने मोहन को बैलून भी खरीद देता है। बैलून पाकर और मेले घुमने की सपना पूरा होने पर वह बहुत ही खुश था। उसकी आंखे छलक उठी।
मोहन ने आसमान में उड़ाया गुब्बारा, सपना हुआ पूरा
मोहन अपने भाई के साथ मेले के मैदान में जाता है और अपने गुब्बारे को आसमान में उड़ाने की कोशिश करता है। वह थोड़ी में ही समझ गया कि बैलून उड़ाने के लिए साहस की जरूरत होती है। मोहन ने दोबारा बैलून उड़ाने की कोशिश की। आखिरकार वह गुब्बारे को आसमान में उड़ाने में कामयाब हो जाता है।
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आसमान में बैलून को उड़ता देख मोहन काफी प्रसन्न होता है। उसका बचपन का सपना पूरा हो जाता है। उसके सपने को पूरा करने में उसके बड़े भाई का बहुत ही सहयोग रहा। मोहन ने सोचा कि बड़े भाई ने सहयोग नहीं किया होता है आज मेरा सपना पूरा नहीं हो पाता। बड़े भाई के कारण ही आज संभव हो पाया है। उसने अपने बड़े भाई को धन्यवाद दिया और दोनो मेले घुमकर अपने घर लौट जाता है।
कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि परिवार के सदस्यों के बीच सहायता करना और एक-दूसरे की सपनों को पूर्ण करने में मदद करना बहुत जरूरी है। इससे परिवार के सदस्यो में आपस में प्रेम की भावना बढ़ती है।
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