60+ Short Stories in Hindi with Moral for Kids (नैतिक कहानियां)

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बचपन और कहानियों का एक अलग ही रिश्ता है। इस Article से हम लोगो को 60+ Short Stories in Hindi with Moral for Kids के बारे में बताने वाले है। ये Short Hindi Moral Stories आपने बचपन में तो जरुर ही सुनी होगी। आप भी मेरी तरह छोटी छोटी कहानियां बचपन में अपने बड़े बुजुर्गों से सुनी होगी। इन कहानियों से बच्चों में सही गलत का परख समझना और उनकी मानसिक विकास करने में मदद करेगी। यहां तक कि बच्चों को अच्छी बातें सीखने को मिलेगी।

कहानियां ही हैं जो जिंदगी की छोटी से छोटी सीख बड़े ही सरलता से दे जाती है। बच्चों को बहलाने के लिए उनके हाथ में टीवी का रिमोट या मोबाइल थमा देते हैं और इस बात को भूल जाते हैं कि बच्चों को बहलाने से कहीं ज्यादा जरूरी है, उन्हें नैतिकता का पाठ पढ़ाना है। तो चलिए आज हम पढ़ते है Short Stories in Hindi with Moral for Kids के बारे में। आशा है की आपको जरूर अच्छी लगेगी।

Table of Contents

60+ Short Stories in Hindi with Moral for Kids

1. Moral Stories in Hindiसुनहरी कुल्हाड़ी और लकड़हारे की कहानी (The story of the golden Axe and the woodcutter)

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वर्षो पुरानी बात है की एक नगर में सोहन नाम का एक लकड़हारा रहा करता था। लकड़हारा रोजी रोटी के लिए जंगल से लकड़ी काटकर लाता तथा शहर में बेच आता। लकड़ियों को बेच कर लकड़हारे (Wood cutter) को जो पैसे मिलते उससे वह अपना भरण पोषण करता। यह उसका रोज का काम था। लकड़हारे की कुल्हाड़ी ही उसकी एक मात्र उसका भरण पोषण का जरिया था।

एक दिन जंगल में लकड़हारा एक तेज बहती नदी के पास एक पेड़ पर चढ़कर एक टहनी को काट रहा था। लकड़ी काटते काटते लकड़हारे की कुल्हाड़ी उसके हाथ से छूट गई और नदी में गिर गई। लकड़हारा पेड़ से नीचे उतर कर अपनी कुल्हाड़ी ढूढ़ने लगा काफी प्रयास करने के बाद भी लकड़हारे को उसकी कुल्हाड़ी नहीं मिली। जिसके बाद वह बहुत परेशान और मायूस हो गया।

लकड़हारे के मन में यह बात आई की उसकी कुल्हाड़ी नदी की बहाव में बह गयी होगी। थक हार कर और उदास होकर वह नदी किनारे बैठकर रोने लगा। कुल्हाड़ी खो जाने से लकड़हारा काफी उदास था। उसके पास इतने पैसे भी नहीं हैं की वह एक नयी कुल्हाड़ी खरीद सके।

जब लकड़हारा उदास होकर नदी किनारे बैठ कर रो रहा था, तब नदी से एक देवता प्रकट हुए। देवता ने लकड़हारे से पूछा की तुम इतने दुखी क्यों हो और तुम क्यों रो रहे हो। जिस पर लकड़हारे ने देवता को बताया कि लकड़ी काटते समय उसकी कुल्हाड़ी नदी में गिर गई। देवता ने लकड़हारे की बात सुनकर कहा की मैं तुम्हारा कुल्हाड़ी ढूंढकर लाऊंगा। यह बात सुनकर लकड़हारे के चेहरे खिल उठे और देवता नदी में समा गया।

देवता कुछ देर के बाद नदी से बाहर आए। लकड़हारे ने देखा की देवता के हाथ में तीन तरह की कुल्हाड़ियाँ हैं। देवता ने पहली कुल्हाड़ी जो सोने की बनी थी उसे दिखाकर पूछा की बताओ यही तुम्हारी कुल्हाड़ी है। लकड़हारे ने कहा प्रभु यह सोने की कुल्हाड़ी यह मेरी नहीं है।

जिसके बाद देवता ने चांदी की कुल्हाड़ी को दिखाया और पूछा की क्या यह कुल्हाड़ी तुम्हारी है ? लकड़हारे ने कहा कि ये भी मेरी कुल्हाड़ी नहीं है। इसके बाद लोहे की बनी कुल्हाड़ी को देवता ने दिखाकर दुबारा वही सवाल पूछा। जिस पर लकड़हारे ने जवाब दिया की जी हाँ प्रभु यही मेरी कुल्हाड़ी हैं, इसी से मैं लकड़ी काट रहा था। लकड़ी काटते वक्त मेरे हाथ से छूटकर नदी में गिर गई थी।

उस दिव्य मनुष्य ने लकड़हारे की ईमानदारी देखकर काफी प्रसन्न हुए और कहा कि सोहन यदि तुम्हारी जगह कोई और होता तो वह लालच में आकर सोने चांदी की कुल्हाड़ी को अपना बताता, लेकिन तुमने ऐसा नहीं किया। तुम्हारी ईमानदारी को देख मैं काफी प्रसन्न हूं।

तुमने पवित्र हृदय से और लालच किए बिना मेरे सभी प्रश्न के जवाब दिए, इसके फल स्वरुप मैं तुम्हें उपहार में ये तीनों कुल्हाड़ी देता हूँ। लकड़हारा तीनों कुल्हाड़ी लेकर बहुत खुश हुआ और अपने घर चला गया।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- लकड़हारे की कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी अपने जीवन में ईमानदारी का साथ नहीं छोड़ना चाहिए और लालच नही करनी चाहिए।

2. Moral Stories in Hindi – चूहे और शेर की कहानी (Story of Mouse and Lion)

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एक समय की बात है एक विशाल जंगल में शेर और चूहा रहते थे। एक दिन शेर अपनी गुफा में गहरी नींद में सो रहा था। वही अपने बिल से एक चूहा निकलकर शेर के शरीर पर उछलने लगा। चूहे की इस शरारत से अचानक शेर की नींद खुल गई और शेर ने चूहे को अपने पंजों में पकड़ लिया।

शेर के चंगुल में फंस जाने के बाद चूहा काफी डर गया। शेर ने गुस्से में आकर पूछा तुमने मेरी नींद ख़राब की है अब मैं तुम्हें खाकर अपनी भूख मिटाऊंगा।

अपने आप को असहाय महसूस करते हुए चूहे ने कहा की हे इस जंगल के राजा मेरे जैसे छोटी सी जीव को खाने से आपकी भूख नही मिटेगी, आपसे विनती है की आप मुझे छोड़ दे। चूहे ने शेर से आग्रह करते हुए कहा कि अगर कभी भी भविष्य में आपके ऊपर मुसीबत आएगी तो मैं आपकी अवश्य मदद करूंगा।

चूहे की बात सुनकर शेर ठहाके मार कर हंसने लगा और कहा की तुम तो बहुत छोटे जीव हो, तुम मेरी क्या मदद करोगे। पर कोई बात नहीं मैं तुम्हारी विनती करने पर तुम्हें छोड़ रहा हूं। पर अगली बार इस तरह की हरकत करने पर मैं तुम्हें छोडूंगा नहीं। यह कहकर शेर ने चूहे को छोड़ दिया।

कुछ समय बाद जब शेर अपने खाने की तलाश में जंगल में भटक रहा था। इसी दौरान शेर एक शिकारी द्वारा फैलाए गए जाल में फंस गया। शेर ने अपने को छुड़ाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह अपने को उस जल से छोड़ा नहीं पाया। कुछ देर के बाद शेर जोर-जोर से दहाड़ मारने लगा।

शेर की दहाड़ की आवाज उस चूहे की कान में गई जिस चूहे को शेर ने न खा कर छोड़ दिया था। चूहा तत्काल वहां पहुंच गया और वहां देखा कि शेर एक बड़े से जल में फंसा हुआ है। जिसके बाद चूहे ने तत्काल जाल को अपने धारदार दातों से काटने लगा। कुछ समय बाद चूहे ने पूरा जाल काट दिया।

जाल के कट जाने के उपरांत शेर आजाद हो गया और चूहे की इस मदद शेर ने चूहे को धन्यवाद दिया। उस दिन के बाद से दोनों आपस में अच्छे दोस्त बन गए।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमलोगो को यह सीख मिलती है की कभी भी किसी को छोटा नही समझना चाहिए।

3. Moral Stories in Hindi :- कबूतर और चींटी (Pigeon and Ant)

kabutar aur ant

एक समय की बात है एक जंगल में चिलचिलाती धूप में प्यासी एक छोटी सी चींटी पानी की तलाश में भटक रही थी। काफी देर बाद उसे एक नदी दिखाई पड़ा। नदी को देख वह काफी खुश हुई और नदी के किनारे जा पहुंची। नदी में ठंडे जल को देख उसकी प्यास और अधिक बढ़ गई।

नदी में पानी का तेज बहाव को देख चींटी ने किनारे रखे एक पत्थर पर चढ़कर पानी पीने का प्रयास किया, लेकिन वह अनियंत्रित होकर नदी में गिर पड़ी और वह पानी की तेज धारा में बहने लगी। चींटी को लगा कि आज उसकी मौत निश्चित है। नदी किनारे पेड़ पर बैठा एक कबूतर चींटी को पानी में बहता देख पेड़ से एक पत्ते को तोड़कर उसके सामने गिरा दिया।

फिर देर किस बात की चींटी ने तुरंत उसे पत्ते पर चढ़ गई। पत्ते के साथ चींटी पानी की धारा में बहते हुए नदी किनारे आ पहुंची और जमीन पर कूद कर अपनी जान बचा ली। जान बचाने के लिए चींटी ने कबूतर का धन्यवाद किया।

घटना के कुछ ही दिन बाद कबूतर एक बहेलिया के द्वारा बिछाए गए जाल में फंस जाता है। कबूतर जाल से निकलने के लिए बहुत कोशिश करता है पर वह निकलने में असमर्थ रहता है। इसके बाद घूमते घूमते उसे जगह पर चींटी पहुंची और चींटी ने देखा कि कबूतर जाल में फड़फड़ा रहा है तो उसे उस दिन की बात याद आ गई जिस दिन कबूतर ने उसकी जान बचाई थी।

इसके बाद चींटी ने बार बार बहेलिए के पैर में जोर-जोर से काटने लगी, दर्द से बहेलिया लड़खड़ा गया और उसके हाथ से जाल छूट गया। इसके बाद मौका पाकर कबूतर जाल से उड़ कर अपनी जान बचा ली। इस तरह चींटी ने कबूतर के द्वारा किए गए उपकार का फल चुकाया।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि कभी भी कोई मुसीबत में हो तो उसकी मदद करनी चाहिए, क्या पता वही इंसान हमे एक दिन काम में आ जाए।

4. Moral Stories in Hindiकिसान और सोने की अंडे की कहानी (Farmer and Golden egg story)

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दोस्तो आपलोग शायद Farmer and Golden egg story सुनी तो होगी, यह बहुत ही चर्चित कहानी है। इस कहानी से हमलोगो को बहुत ही कुछ सिखने को मिलेगी। इस कहानी को आज मैं फिर सुनाने जा रहा हूं। चलिए सुनते है
सोने की अंडा देने वाली मुर्गी की कहानी।

एक समय की बात है पालनपुर गांव में मोहन नाम का एक गरीब किसान रहता था। वह गांव में ही खेती कर अपनी जीवन व्यतीत कर रहा था। हर रोज की तरह वह उस दिन भी अपने खेत में काम कर ही रहा था कि खेत में उसे एक लहुलुहान मुर्गी मिली। मुर्गी को देख किसान को उसपर दया आने लगी। किसान ने उस मुर्गी को को अपने घर ले गया। उसने मुर्गी के घाव को साफ किया और उसका ख्याल रखने लगा।

किसान के द्वारा लगातार सेवा किए जाने के बाद मुर्गी ठीक होने लगी और पुरी तरह से ठीक होने के बाद वह किसान को धन्यवाद दिया और कहा कि किसान भाई आपने मेरी जान बचाई हैं। इसलिए मैं इसके बदले आपको प्रत्येक दिन एक सोने का अंडा दूंगी। यह सुन कर किसान काफी प्रसन्न हो गया। मुर्गी अपने कहे अनुसार हर रोज अहले सुबह में वह एक सोने का अंडा देती। किसान उस सोने के अंडे को शहर ले जाकर जेवर के दुकान में बेच आता और पैसा कमाता।

धीरे धीरे किसान के पास काफी धन जमा हो गया। जिसे देख किसान के मन में लालच आ गया और वह सोचने लगा कि मुझे एक अंडे के लिए प्रत्येक दिन इंतजार करना पडता, मैं क्यों न मुर्गी के पेट को काट कर सारे सोने के अंडे को निकाल लूं और एक बार में सारे अंडे को बेचकर अमीर आदमी बन जाउ। दूसरे दिन ही किसान ने सुबह उठकर चाकू से मुर्गी के पेट को चीर डाला। जिसके बाद मुर्गी के पेट से एक भी सोने का अंडा नहीं निकला। यह देख किसान अचंभित रह गया। जब तक किसान को अपने किए पर पछतावा हुआ, तब तक मुर्गी की जान चली गई थी।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे सीख मिलती है कि अपने जीवन में कभी भी लालच नहीं करनी चाहिए। लालच में आकर हमे सिर्फ नुकसान ही होता है। आपने कहावत तो सुनी होगी लालच बुरी बला है।

5. Moral Stories in Hindiखरगोश और कछुआ की कहानी (Rabbit and Turtle )

एक बार की बात है एक जंगल में एक खरगोश और कछुआ रहते थे। खरगोश को बड़ा ही घमंड था कि वह तेज दौड़ सकता है। इसलिए वह कछुआ की धीमी चाल को देख कर उसका हर वक्त मजाक उड़ाया करता था। एक दिन खरगोश ने रास्ते में जाते हुए कछुए को टोकते हुए कहा कि क्यों कछुआ मामा क्या तुम मेरे साथ दौड़ लगाओगे, हम दोनों में जो जीतेगा उसे अच्छा इनाम मिलेगा। जिस पर कछुए ने कहा क्यों नहीं।

दौड़ की तैयारी शुरू होने लगी। इसे देखने के लिए जंगल के सारे जानवर वहां इकट्ठे हो गए। खरगोश ने कछुआ से कहा कि उस दूर की पहाड़ी के समीप हम दोनों में से जो पहले पहुंचेगा समझो वही जीता। कछुआ ने धीरे से कहा ठीक है खरगोश काका।

उसके बाद दौड़ शुरू हो गई, सभी जानवर कछुआ और खरगोश को टकटकी निगाहों से देख रहे थे। जैसे ही दौड़ शुरू हुई वैसे ही खरगोश तेज दौड़ने लगा और कछुआ धीरे-धीरे चलने लगा। खरगोश और तेज दौड़ने लगा, कुछ दूर जाने के बाद खरगोश ने पीछे मुड़कर देखा तो उसे कछुआ कहानी दिखाई नहीं दिया। खरगोश एक पेड़ के नीचे बैठा और कहा की ये कछुआ अभी नही आने वाला, क्यूं ना थोड़ी देर आराम कर लेते हैं।

कछुआ धीरे-धीरे चलते हुए पहुंचा और देखा की खरगोश पेड़ के नीचे गहरे नींद में सो रहा था। कछुआ चुपचाप पहाड़ की तरफ बढ़ने लगा। कुछ देर के बाद खरगोश की अचानक नींद खुली तो वह पहाड़ की ओर दौड़ने लगा। तब तक कछुआ पहाड़ के पास पहुंच चुका था। खरगोश वहां पहुंचकर कछुआ से कहा दोस्त तुम ही जीते मुझे माफ़ कर दो।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने काम पर कभी घमंड नहीं करना चाहिए। आप तेजी से और लापरवाही से काम करने की तुलना में धीरे-धीरे और लगातार काम करके अधिक सफल हो सकते हैं।

6. Moral Stories in Hindi For Kids – मेहनत का फल की कहानी

mehnat ka fal

एक समय की बात है एक गांव में दो दोस्त सोनू और मोनू रहा करते थे। दोनो दोस्त बेरोजगार थे। एक दिन दोनो ने अपने एक जान पहचान के गुरू जी के पास पहुंच कर अपनी परेशानी बताते हुए कुछ पैसों की मांग की ताकि हमलोग कुछ काम धंधा शुरू कर सके। जिस पर उनके गुरू जी ने दोनो दोस्तो को दो दो हजार रूपए दिए और कहा कि एक साल के अंदर तुम्हे इन पैसो को मुझे लौटाना होगा।

दोनो ने उनकी बात मान ली और वहां से चले गए। रास्ते में चलते चलते सोनू ने कहा कि हमे इन पैसो से कोई अच्छा काम शुरू करना चाहिए। पर मोनू ने कहा कि नहीं इन पैसो से कोई सुंदर स्थान पर घुमे फिरेंगे।

एक साल बीतने के बाद दोनो दोस्त दुबारा गुरूजी के पास पहुंचे। गुरूजी ने पहले मोनू से पूछा तुमने पैसो का क्या किया। क्या तुम लौटाने के लिए पैसे लाए हो? जिसपर मोनू ने सिर झुकाकर कहा कि गुरू जी किसी ने मुझे धोखा देकर दो हजार रूपए ठग लिए।

फिर उन्होंने सोनू से पूछा क्या तुम्हे भी किसी ने ठग लिया है। सोनू ने मुस्कुराते हुए कहा नहीं गुरू जी मैं पैसे लाया हूं लिजिए दो हजार रूपए तथा एक हजार रूपए और लिजिए। गुरू जी ने कहा कि तुमने कितने रूपए कहां से लाए क्या तुमने किसी को ठगा है।

सोनू ने कहा नहीं गुरूजी मैंने अपना दिमाग लगाकर ये पैसे कमाए है। सोनू ने गुरू जी को बताया कि मैने एक सब्जी बेच रहे किसान को परेशानी में देख उसके सारे सब्जी को खरीद लिया और उसे शहर के बाजार में जाकर बेच दिया। इसके बाद वह किसान हर रोज मुझे ताजी सब्जी लाकर देता और मैं उसे शहर में बेचा करता। कुछ दिनो के बाद मैंने शहर में ही एक दुकान कर सब्जी का कारोबार शुरू किया।

सोनू ने गुरू जी को मदद करने के लिए आभार जताया और अतिरिक्त पैसो से किसी जरूरतमंद लोगो की मदद करने की आग्रह किया। गुरू जी ने सोनू को कहा कि तुम भी उन पैसो का अच्छी जगह पर सदुपयोग करते तो तुम भी अपना कारोबार कर सकते थे। अभी भी कुछ बिगड़ा नहीं है समय और मेहनत को महत्व दो तुम जरूर सफल होगे।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि हमे अपने जीवन में समय और काम का महत्व देना चाहिए और सम्मान करनी चाहिए। मेहनत का फल सदैव मीठा होता है।

7. Short Moral Stories in Hindi – लालची शेर (Greedy Lion)

lalchi sher

एक समय की बात है तपती गर्मी का दिन था। जंगल के राजा शेर को बहुत ही ज्यादा भूख लग रही थी। इसलिए वह कई स्थानों पर खाने की तलाश में निकला। कुछ समय के बाद उसे एक छोटा सा खरगोश मिला, पर उसे खाने के बजाय उसने उसे छोड़ दिया यह सोचकर कि वह बहुत छोटा है।

फिर कुछ दूर तलाश करने के बाद उसे रास्ते में एक हिरण दिखाई पड़ा। शेर ने उसका पीछा किया, परंतु वह हिरण को पकड़ नहीं सका। शेर भोजन की तलाश में काफी थक चुका था।

उसे जोरो से भूख लगी थी पर खाने को कुछ नहीं था। तो शेर को उसे खरगोश की याद आई जिसे उसने छोड़ दिया था। वह भागते हुए उसी स्थान पर पहुंचा पर वहां पर खरगोश को नहीं पाया। शेर काफी दुखी हुआ और उसे कई दिनों तक बिना भोजन के रहना पड़ा।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी अधिक लालच नहीं करनी चाहिए। लालच का परिणाम बुरा ही होता है।

8. Good Moral Stories in Hindiमूर्ख गधा (Stupid Donkey)

murkh gadha

एक गांव में चंदू नाम का एक व्यापारी रहता था जो नमक का कारोबार करता था। एक दिन उसने नमक की कुछ बोरियां अपने गधे के ऊपर लाद कर बाजार बेचने जा रहा था। रास्ते में उन्हें एक नदी मिली, जिसे वह अपने गधे के साथ नदी पार करने लगा। इसी दौरान अचानक व्यापारी और गधा दोनों नदी में गिर पड़े।

कुछ ही देर में बोरी में रखा नमक पानी में घुल गया। व्यापारी और गधा दोनों नदी से निकलकर आगे बढ़ने लगे। कुछ दूर जाने के बाद गधे को नमक की बोरियों का वजन हल्का लगने लगा वह बहुत खुश हुआ।

प्रतिदिन व्यापारी नमक बेचने जाता और गधा हर रोज नदी में गिर जाता। जिससे गधे पर लदा बोझ हल्का हो जाता पर व्यापारी को काफी नुकसान होता था। हर दिन गधा यही शरारत करता।

व्यापारी को गधे की चालबाजी समझ आ गई थी। अगली सुबह उसने रुई से भरी बोरे को गधे पर लाद दी। गधे ने फिर चालाकी से नदी में जाकर बैठ गया और हुई गिला हो गया।

गधा जैसे ही नदी से बाहर निकाल उसके पीठ पर लदा रुई का वजन काफी अधिक बढ़ गया था। भारी वजन से गधे की हालत खराब होने लगी वह जैसे तैसे बाजार पहुंचा। व्यापारी ने गधे को अच्छा सबक सिखाया जिसके बाद गधे ने अपनी चालबाजी छोड़ दी और ईमानदारी पूर्वक काम करने लगा।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- कहानी से हमलोगो को यह सीख मिलती है कि हमे ईमानदारी पूर्वक कार्य करना चाहिए। किस्मत के भरोसे नहीं बैठना चाहिए।

9. New Moral Stories in Hindi – दर्जी और हाथी (Tailor and Elephant)

एक समय की बात है एक जंगल में एक हाथी का झूंड रहता था। बगल के गांव के रास्ते में एक दर्जी की दुकान थी। हर दिन हाथियों का झूंड दर्जी के दुकान से होकर गुजरती और समीप के नदी में जाकर स्नान करते थे। दर्जी को यह देख अच्छा लगता। दर्जी हाथियों को फल खिलाता, इससे हाथियों और उसके बीच गहरी दोस्ती हो गई थी। हाथी हर रोज दर्जी की दुकान पर जा कर फल के लिए खड़ा हो जाता। जिससे दर्जी गुस्से में था।

हर रोज की तरह हाथी नदी में स्नान करने जा रहा था। इसी दौरान वह दर्जी की दुकान पर पहुंचा। दर्जी का दिमाग खराब था, उसने हाथी को फल देने के बजाय उसके सूंड में सुई घुसेड़ दी। यह देख हाथी अचंभित और क्रोधित हो गया। परन्तु उसने कुछ नहीं कहा और वहां से चला गया।

हर रोज की तरह हाथी नदी पर स्नान करने पहुंचा। वह स्नान कर रही रहा था कि दर्जी के द्वारा किए गए अभद्र व्यवहार से बहुत दुखी और आक्रोशित था। वह उस दृश्य को भूल नहीं पा रहा था। हाथी ने अपने सूंड में मिट्टी का पानी भर कर दर्जी की दुकान पर पहुंचा और दर्जी की दुकान में पानी उढ़ेल दिया।

दर्जी के दुकान में रखे सारे नए कपड़े मैले हो गएा। दर्जी हाथी के व्यवहार से हैरान था, लेकिन वह षांत रहा और हाथी को प्यार भरा स्पर्श देने के लिए बाहर निकला। उसने तुरंत फल की व्यवस्था की और हाथी को प्यार से खिलाया। जिसके बाद हाथी और दर्जी फिर से अच्छे दोस्त बन गए।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि बदला लेने से हमे हर सिर्फ बुरा परिणाम ही भुगतना पड़ता है।

10. Short Story in Hindi with Moral एक शेर और गाय की कहानी (The story of a lion and a cow)

एक बार की बात है एक दिन एक गाय घास चरने के लिए जंगल की ओर गई। शाम होने ही वाली थी कि उसकी नजर एक शेर पर पड़ी। बाघ गाय की ओर चला आ रहा था। शेर को देख गाय डर कर भागने लगी, शेर भी उसके पीछे दौड़ने लगा। गाय जैसे तैसे वहां से भागते हुए एक पोखर के समीप पहुंची और वह पोखर के अंदर घुस गई। शेर भी उसका पीछा करते करते पोखर के अंदर घुस गया।

पोखर में पानी कम था पर अधिक किचड़ होने के कारण दोनो अपने आप को फंसा महसुस करने लगे। दोनो किचड़ में पूरी तरह से फंस चूके थे। शेर और गाय की दूरी काफी कम थी पर वे दोनो कुछ भी नहीं कर पा रहे थे। गाय व शेर दोनो किचड़ के अंदर धंसने लगे दोनो किचड़ में गर्दन तक धंस चूके थे।

गाय इतने करीब होने के बाद भी शेर उसे पकड़ नहीं पा रहा था। कुछ देर बार गाय ने शेर से पूछा कि तुम्हारा कोई मालिक है। शेर ने गरजते हुए जवाब दिया मैं तो इस जंगल का राजा हूं मेरा कोई मालिक नही। गाय ने कहा तुम्हारे जंगल का राजा होने का यहां पर क्या उपयोग है। शेर ने भी कहां तुम भी तो यहां फंसी हुई हो और मौत के समीप हो।

जिसपर गाय ने हंसते हुए कहा कि मेरा मालिक तक शाम में घर लौटेगा और मुझे नहीं देखेगा तो मुझे खोजते हुए यहां आएगा और मुझे घर ले जाएगा पर तुम्हे कौन ले जाएगा। कुछ ही देर में पोखर के समीप एक आदमी पहुंचा और अपनी गाय को किचड़ से निकाल लिया। गाय और आदमी शेर की तरफ करूणा भाव से देख रहे थे।

वे चाहते हुए भी शेर को किचड़ से निकाल नहीं पा रहे थे क्योंकि उन्हें अपनी जान का खतरा था। अंत में षेर किचड़ के अंदर चला धंस गया।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से यह सीख मिलती है कि किसी पर निर्भर नहीं होना अच्छी बात है पर अपने आप को ही सब कुछ समझना और मुझे किसी की आवष्यकता नहीं यह अहंकार है।

11. Very Short Story in Hindiप्यासा कौआ की कहानी (The story of thirsty crow)

वर्षों पुरानी बात है एक घने जंगल से एक कौआ रहता था। उसे बहुत जोर से प्यास लगी थी। वह पानी की तलास में भटकते भटकते गांव की तरफ पहुंच जाता है। उसेे एक छत पर पानी का मटका दिखता है।

उसने सोचा की इस मटके में उसे पानी मिल जाएगा और वह उस मटके पास पहुंचा, तो देखा कि उस छोटे से मटके में बहुत ही थोड़ा सा पानी था। उसकी चोंच भी पानी तक नहीं पहुंच पा रही थी। फिर कौआ क्या करता उसे बहुत जोर से प्यास लगी हुई थी और वह इधर उधर देखने लगा पर उसे और कहीं पानी नहीं दिखा।

कौआ सोचता है कि आखिर पानी पिए तो कैसे? कौआ के दिमाग में एक विचार आया और वह पास बिखरे कंकड़ पत्थर को अपनी चोंच से उठाकर उस मटके के अंदर डालने लगा।

जैसे जैसे कंकड़ मटके के अंदर डलता जाता है वैस वैसे पानी उपर आता जाता है। काफी देर तक कौआ लगातार परिश्रम से कंकड़ को मटकी में डालता गया। आखिरकार पानी मटकी के उपर आ गया और कौआ पानी पीकर अपनी प्यास बुझा लेता है और फिर वहां से चला जाता है।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि परिश्रम का फल हमेषा मीठा होता है, इसलिए हमे परिश्रम करते रहना चाहिए।

12. Best Moral Stories in Hindi for Studentsदो सिर वाला हंस (Two Headed Swan)

एक समय की बात है भोजपुर नामक एक जंगल में एक हंस रहा करता था, जिसके दो सिर थे। एक दिन वह घूमते घूमते एक पोखर के किनारे पहुंच जाता है। पोखर के पास उसे एक फल दिखाई देता है।

एक हंस ने फल को देख उसे चखते हुए आधा खा लेता है। वहीं दूसरा हंस कहता है अरे भाई मुझे भी तो फल खाने दो। तो उसने कहा कि तुम क्या करोगे खा कर मै खा लिया न पेट के अंदर चला गया तो है तुम्हे भी आनंद मिल ही जाएगा।

जिसके बाद उसने आधे फल को अपने एक खास परिचित को दे देता है। दूसरा हंस मन में सोचने लगता है कि मैं इस अपमान का बदला जरूर लूंगा और उसके बाद उसे एक दिन मौका मिल ही जाता है। कुछ दूर जाने के बाद नजदीक में उसे एक विषैला फल दिखाई देता है।

दूसरे सिर वाले हंस फल को देख कर कहता है कि मैं इस फल को खा लेता है। पहला सिर वाले हंस उसे बोलता है कि मूर्ख इस विशैला फल को खाओगे तो हम दोनो मर जाएंगे। उसकी एक न सुन कर दूसरे सिर वाले हंस ने उस फल को खा जाता है। कुछ ही देर के बाद दोनो हंस एक एक कर मर जाता है। क्योंकि हंस के सिर दो थे पर पेट एक ही था।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि कभी कभी जीवन में ऐसा मोड़ आता है जहां अकेले निर्णय लेना सही नहीं होता है। सुझबुझ से काम लेना होता है।

13. Short Story in Hindi with Moralएक बहादुर चिड़िया की कहानी (Story of a Brave Bird)

कई बरसो पूर्व की बात है। एक घने जंगल में अचानक भीषण आग लग गई थी। पूरा जंगल आग की चपेट में आ चूका था। इसे देख जंगल के सभी जानवर अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगे। पूरे जंगल में भगदड़ जैसा माहौल बन गया था। उसी जंगल में नन्हीं प्यारी छोटी सी एक चिड़िया रहा करती थी।

उसने देखा क़ि जंगल में लगी आग से सभी जानवर डरे और सहमे हुए है मुझे इनकी मदद करनी चाहिए। इसी सोच पर वह तत्काल समीप के एक नदी पर गई और अपनी चोंच में पानी भरकर लायी और जंगल में लगी आग को बुझाने में जुट गई।

चिड़िया बारम्बार नदी पर जाती और चोंच में पानी लाकर आग को बुझाने की कोशिश करती। इसी दौरान वहां से गुजर रहे एक उल्लू ने चिड़िया के इस नादानी सी हरकत को देख सोचने लगा की यह चिड़िया की कितनी बेवकुफ है, चोंच में थोड़ी सी पानी से आग कैसे बुझा पाएगी।

उल्लू चिड़िया के पास जाकर कहा कि तुम मूर्ख हो क्या इतनी सी पानी से आग नहीं बुझेगी। जिसपर चिड़िया ने सरलता पूर्वक जवाब दिया उल्लू भाई मुझे मालूम है कि मेरे चोंच के इस तोड़ी की पानी से आग नहीं बुझेगी। पर मैं हाथ पर हाथ रख नहीं बैठ सकती, प्रयास करना मेरा कर्तव्य है और मैं आग को बूझाने का प्रयास करती रहूंगी। चिड़िया की बात सुनकर उल्लू काफी प्रभावित हुआ।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि जीवन में कभी भी कोई परेशानी आए, घटना या दुर्घटना हो हमे उससे भयभीत होकर हार नहीं माननी चाहिए। परन्तु उसका सामना करते हुए समाधान खोजने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए।

14. The Innocent Goat Moral Story – भोली बकरी और चालाक खरगोश (The innocent goat and the clever rabbit)

एक समय की बात है एक जंगल में एक खरगोश रहता था। एक दिन खरगोश के साथ दुर्घटना हो गई और वह एक कुएं में गिर गया। खरगोश कुएँ से निकलने का काफी प्रयास करने लगा पर वह असफल रहा। खरगोश मदद के लिए आवाज लगा रहा था। इसी दौरान कुएं के समीप से एक बकरी गुजर रही थी।

तभी बकरी ने खरगोश को कुँए में देखकर उससे पूछा कि तुम यहां क्या कर रहे हो? खरगोश ने बड़ी चालाकी से जवाब दिया कि क्या तुम्हे पता नहीं है कि इस बार बड़ी भारी सुखा पड़ने वाला है, इसलिए मैं यहां कुएं में पानी देखने आया हूं कि मेरे लायक है कि नहीं। मेरी बात मानो तुम भी नीचे आ जाओं।

तो फिर देर किस बात की थी खरगोश की बात सुनकर बकरी ने तत्काल कुएं में छलांग लगा दी। जैसे ही बकरी कुएँ में कूदी वैसे ही खरगोश उसकी पीठ पर चढ़ गया और उसके सींघ पर पैर रखकर छलांग लगा कर दिवाल पर चढ़ गया। उसके बाद मौका देख कर वह कुएं से बाहर निकल गया और जाते जाते बकरी से कहता गया कि याद रखना मेरे दोस्त ये सबक। अब चलता हूं अलविदा।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि कभी भी मुसीबत में फंसे हुए की सलाह पर बिना सोचें समझे विश्वास नहीं करनी चाहिए।

15. Moral Story on Donkey – गधा और धोबी (Donkey and Washerman)

बंधनपुर गांव में एक निर्धन धोबी रहता था। उसके पास एक गधा था, गधा काफी कमजोर था क्योंकि उसे बहुत कम खाने-पीने को मिलता था। एक दिन धोबी को एक मरा हुआ बाघ मिला।

उसने सोचा कि कही मैं गधे के ऊपर इस बाघ की खाल को पहना दूंगा और उसे पड़ोसियों के खेतों में चरने के लिए छोड़ दूंगा। किसान समझेंगे कि वह सचमुच का बाघ है और उससे डर कर दूर रहेंगे और मेरा गधा आराम से खेत में पेट भर कर चर लिया करेगा।

धोबी ने अपनी सोची हुई बात पर शीघ्र काम करना शुरू कर दिया, आखिरकार उसकी योजना कम कर गई। एक रात को किसान गधा को खेत में चरने के लिए छोड़ दिया और गधा पेट भरकर चरने लगा। हर रोज वह रात में खेत में पहुंचकर किसानों के फसलों को चर जाता था।

एक दिन गधा खेत में चर रहा था कि उसे किसी गधी की रंगने की आवाज सुनाई दी। आवाज को सुनकर वह इतने जोश में आ गया कि वह भी जोर-जोर से रेंगने लगा। गधे की आवाज सुनकर किसानों को उसकी असलियत का पता चल गई और उन्होंने गधे की खूब पिटाई कर दी।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अपनी सच्चाई को कभी नहीं छुपानी चाहिए।

16. The Moral Story of Bird and Tree – चिड़िया और पेड़ की कहानी (Story of Bird and Tree)

एक समय की बात है एक नदी के किनारे दो पेड़ हुआ करता था। एक दिन आसमान में काले बादल छा गए। ऐसा लग रहा था कि मानो बारिश होने वाली थी। एक दिन सुबह में एक छोटी सी चिड़िया नदी किनारे उसी पेड़ के पास सेे गुजरी।

उसने पहले पेड़ के पास गई और उससे पूछा कि बारिश होने वाली है क्या मैं और मेरे बच्चे तुम्हारे टहनी पर घोंसला बनाकर रह सकते है, लेकिन पेड़ ने मना कर दिया। चिड़िया फिर दूसरे पेड़ के पास गई और वहीं सवाल पूछा और दूसरा पेड़ मान गया। चिड़िया अपने बच्चो के साथ खुशी खुशी दूसरे पेड़ की टहनी पर घोंसला बना कर रहने लगी।

एक दिन अचानक इतनी अधिक बारिश हुई कि पहला पेड़ जड़ से उखड़ कर पानी में बहने लगा। चिड़िया ने जब उस पेड़ को पानी में बहते हुए देखा तो उससे कहा कि जब मैं और मेरे बच्चे तुम्हारे पास शरण लेने के लिए आए तो तुमने मना कर दिया था। अब देखे तुम्हारे उसी रूखी बर्ताव की सजा तुम्हें मिल रही है।

जिसपर पेड़ ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया मुझे पता था कि मेरे जड़े पहले से कमजोर है और इस बारिश में टिक नहीं पाउंगा। मैं तुम्हारे और तुम्हारे बच्चो की जान खतरे में नहीं डालना चाहता था। मना करने के लिए मुझे माफ कर देना और यह कहते कहते पेड़ पानी में बह गया।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि किसी के इंकार को हमेशा उनकी कठोरता न समझे। क्या पता उसके उसी इंकार से आपका भला हो। कौन किस परिस्थिति में शायद हम नहीं समझ पाते। इसलिए किसी के चरित्र और शैली वर्तमान व्यवहार से तुलना न करेे।

17. Moral Story of Farmer – किसान और सांप (Farmer and Snake)

एक समय की बात है एक गांव में मुरारी नाम का एक किसान रहता था। एक दिन किसान अपने खेत में काम करने के लिए जाता है। वह अपने खेतो में काम कर के लौट हीं रहा था कि उसकी नजर एक घायल सर्प पर पड़ी जो खेत के किनारे पड़ा था।

किसान को मालूम था कि यह सांप बहुत ही जहरीला है पर उसने उसपर दया कर उसे अपने साथ घर ले आया। किसान द्वारा सांप की सेवा करने और उसके जख्मो पर मरहम करने के कुछ दिन बाद ठीक हो गया।

एक दिन सुबह में किसान अपने खेतो में काम करने के लिए जा रहा था। इसी दौरान उसने सांप को दूध पिलाने के लिए उसके पास गया तो सांप से उसे काट लिया।

सांप के जहर से किसान मरने लगा। मरते मरते उसने कहा कि मुझे यह सीख मिल गया कि कभी भी किसी बुरे व कपटी पर दया व विश्वास नहीं करनी चाहिए। उसने सांप को कहा कि मेरी गलती थी कि मैं तुम्हारी जान बचाई और आज तुमने मुझे ही मार दिया। जिसके बाद किसान सांप के विष से मर गया।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि कुछ ऐसे लोग भी होते है जो अपने स्वभाव में कभी बदलाव नहीं करते। फिर चाहे हम उसके साथ अच्छा व्यवहार ही क्यों न करे। ऐसे लोगो से हमेशा सावधान रहनी चाहिए।

18. Moral Story of Fox -लोमड़ी और अंगूर की कहानी (Story of the Fox and the Grapes)

एक जंगल में एक लोमड़ी रहती थी। एक दिन उसे बहुत जोर से भूखी लगी थी। वह खाने की तलाश में दर दर भटक रही थी। काफी समय गुजर जाने के बाद भी उसे खाना नहीं मिला था। भोजन की तलाश में घुमते घुमते कुछ दूर जाने के बाद लोमड़ी को एक लताएं दिखाई दी उसपर रसीले अंगूर के गुच्छे लटक रहे थे।

यह देख वह खुश हो गई और उसके मुंह में पानी आने लगी। लोमड़ी ने सोचा वह क्या बात है ये अंगूर तो बहुत ही स्वादिष्ट लग रहे है मैं तो इसे खाकर अपनी भूख मिटाउंगा।

अंगूर की लते काफी उपर थी और अंगूर के पास वह पहुंच नहीं पा रही थी। लोमड़ी एक दो बार छलांग लगाकर अंगूर तोड़ने की कोशिश की पर वह सफल नहीं हो पायी। लोमड़ी कुछ देर सोचने लगी कि अंगूर को कैसे कर के तोड़े। पर उसे अंगूर तक पहुंचने के लिए कोई जुगाड़ नहीं सुझ रहा था।

वह थक हार कर सोचने लगी कि अब कोशिश करना बेकार है। वह अपने आप को तसल्ली देने लगी कि अब मुझे अंगूर नहीं चाहिए ये तो अंगूर खट्टे है और स्वादिश्ट भी नहीं दिख रहे है। कुछ समय बाद लोमड़ी बिना अंगूर को खाए वहां से भूखे पेट चली गई।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि हमे कोई भी चीज में लगातार प्रयास करते रहना चाहिए हार नहीं माननी चाहिए। जीवन में भी लोग इसी तरह करते है जिस चीज में असफल होते है उसमें कमियां निकालने लगे है।

19. The Moral Story of Greedy Dog – लालची कुत्ता की कहानी (Story of Greedy Dog)

एक समय की बात है हिम्मतपुर नामक एक गांव में एक कुत्ता रहता था। एक दिन उसे बहुत जोर से भूख लगी थी। वह खाने की तलाश में जहां तहां भटक रहा था। भटकते भटकते उसे एक रोटी दिखाई पड़ी। रोटी को देख कुत्ता काफी प्रसन्न हुआ। कुत्ते ने तुरंत वहां पहुंच रोटी को अपने मुंह में लेकर चलता बना।

रास्ते में उसे एक नदी दिखाई पड़ी। जैसे ही वह नदी के किनारे से जा रही रहा था कि पानी में उसे अपनी परछाई दिखाई पड़ी।

अपनी परछाई को देख वह सोचने लगा कि वह एक दूसरा कुत्ता है जो अपने मुंह में रोटी को दबाए रखा है। उसके मन में लालच आ गई और वह सोचने लगा कि मैं उसके रोटी को छीन लूं तो मेरे पास दो रोटी हो जाएंगे और मेरा पेट आराम से भर जाएगा।

उसने जैसे ही अपने परछाई वाले कुत्ते को भोंकने के लिए मुंह खोला वैसे ही उसकी रोटी नदी में गिर गई। वह दुखी होकर पछताने लगा और वह भूखा ही रह गया।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि हमे कभी लालच नहीं करनी चाहिए, हमारे पास जितना है उसी में खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए।

20. Best Moral Stories in Hindi – घमंडी बारहसिंगा की कहानी (Story of the Arrogant Reindeer)

बच्चो सालो पहले की बात है। एक घनघोर जंगल में एक घमंडी बारहसिंगा रहा करता था। एक दिन उसे प्यास लगी और वह एक पोखर के पास पहुंचा। वह पानी पी ही रहा था कि पानी में उसने अपनी परछाई देखी। तो वह अपने सुन्दर सींगो को देखकर प्रसन्न हुआ।

इसी दौरान उसने परछाई में अपनी पतली पतली टांगो को देखा और काफी उदास हो गया । एक समय जंगल में कुछ शिकारी कुत्ते आ पहुंचे। शिकारी कुत्तो में एक दिन रास्ते में बारहसिंगा मिला और वह उसके पीछा करने लगे। यह देख बारहसिंगा भयभीत होकर भागने लगा।

कुछ देर पहले जिस पतली टांगो को वह कोस रहा था वहीं टांगे उसे भागने में मदद कर रही थी। भागने के दौरान उसकी सींग अचानक एक झाड़ी के शाखाओं में फंस गई। उसने अपने सींगों को बाहर निकालने की काफी प्रयास करने लगा पर वह अपनी सींगो को बाहर निकाल नहीं पाया।

कुछ देर बाद उसका पीछा करते हुए शिकारी कुत्ते वहां पहुंच गए और उसपर हमला कर उसे घायल कर दिया। वह मरना अवस्था में पहुंच गया और स्मरण करने लगा कि जिस सुंदर सींगो पर मैं घमंड कर रहा था आज वही मेरे मृत्यु का कारण बन गया।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- हमे इस कहानी से यह सीख मिलती है कि कोई भी वस्तु अपने गुणो के कारण ही सुंदर होता है। हर चीज का अपना एक गुण होता है और उसके कार्य भी अलग होते है।

21. Good Short Story of Wolf – सारस और भेड़िया (Stork and Wolf)

एक समय की बात है एक जंगल में चालाक भेड़िया रहता था। एक दिन वह बहुत ही भूखा था। भोजन की तालाष में इधर उधर भटकने के बाद उसे एक जानवर दिखा और उसने उसे मार कर खा लिया। उस जानवर की मांस को भेड़िया खा ही रहा था कि उसके गले में एक हड्डी फंस गई। काफी प्रयास करने के बाद उसके गले से हड्डी नहीं निकल पा रही थी।

परेषान होकर वह गले में फंसे हड्डी को निकालने के लिए इधर उधर भागने लगा। उसने कई जानवरो से मदद का आग्रह किया पर किसी ने उसकी मदद करने को तैयार नहीं हुआ। कुछ दूर जाने के बाद रास्ते में उसे एक सारस दिखा। भेड़िया ने अपनी सारी आपबीती उसको सुना दी। जिसपर सारस ने कहा की मैं तुम्हारी मदद करूंगा तो तुम मुझे क्या दोगे। भेड़िया के द्वारा इनाम देने की बात पर सारस उसकी मदद करने को तैयार हो गया।

सारस ने भेड़िया को अपनी मुंह खोलने को कहा। जैसे ही भेड़िया अपना मुंह खोला सारस ने अपनी लंबी चोंच से उसके गले में फंसे हड्डी को निकाल दिया।

जिसके बाद भेड़िया काफी प्रसन्न हुआ और वहां से जाने लगा। यह देखकर सारस ने कहा की तुमने तो कहा था की मदद करने के बदले में मुझे इनाम दोगे पर तुम तो जा रहे हो। भेड़िया ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि तुमने मेरे मुंह में अपनी गर्दन डाली इसके बाद तुम सही सलामत बचे हुए हो यही तुम्हारा इनाम है। उसकी बात सुनकर सारस बहुत ही दुखी हुआ।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है की हमें स्वार्थी लोगों का साथ कभी नहीं देना चाहिए। हमे स्वार्थी लोगों से हमेषा सावधान रहना चाहिए।

Moral Stories for Kids in Hindi (नैतिक कहानियां)

22. चालाक बंदर की Moral Story (Clever Monkey’s Moral Story)

23. घोड़े के बदले की कहानी । New Moral Story in Hindi

24. जहरीले फल की कहानी । Story of Poisonous Fruit

25. भेड़िया और मेमना की कहानी। Story of Wolf and Lamb

26. भिखारी बना अमीर । New Beggar Story For Kids

27. सोने की चिड़िया । The Golden Bird Story

28. बगुला और उसके बच्चों की कहानी । The Heron and His Children

29. किसान की बुद्धिमत्ता । The Farmer’s Wisdom

30. हरे घोड़े की कहानी । The Green Horse Story

31. बुद्धिमान ब्राह्मण । The Intelligent Brahmin

32. चालाक नाई की कहानी । The Clever Barber

33. मूर्ख बगुला और केकड़ा ( The Story of Idiot Heron and Crab)

34. कौवा और सांप की कहानी (The Crow and Snake)

35. मूर्ख साधू और ठग (Story of Foolish Sage and Swindler)

36. कुम्हार की कहानी ( The Potter’s Story)

37. बंदर और गौरैया की कहानी (Monkey And Sparrow)

38. अनमोल घड़ा (The Priceless Pitcher)

39. सोने का खेत (The Gold Field Story)

40. हाथी और बकरी (Elephant and Goat Story)

41. लालची लकड़हारे (Greedy Woodcutter’s Story)

42. लहरें गिनना (Counting of Waves)

43. मुर्गा और मुर्गी की कहानी (The Story of Cock and Hen)

44. बीरबल की खोज ( The Birbal’s Quest)

45. बूढ़े गिद्ध की सलाह (The Old Vulture Advice)

46. बीरबल और अली (Birbal and Ali)

47. नीले सियार की कहानी (Story of Blue Jackal)

48. कौआ और कोयल (Crow and Cuckoo Story)

49. मुर्गी पहले आई या अंडा (The Story of Hen and Egg)

50. अकबर का तोता (Akbar’s Parrot)

51. बेईमान लोग (Dishonest People)

52. रेत से चीनी अलग करना (Separating Sugar From Sand)

53. जादुई गधा (The Magical Donkey Story)

54. मूर्ख कौआ और चालाक लोमड़ी (Foolish Crow and Clever Fox)

55. तेनालीराम और मटका (Tenali Ram and Matka)

56. बंदर और टोपीवाला (Monkey And The Hat-Seller)

57. मूर्ख ऊंट ( Moral Story of Stupid Camel)

58. चिड़िया और घमंडी हाथी (Bird And The Proud Elephant)

59. विद्या की महत्ता (Importance Of Education)

60. बड़े भाई की सहायता (Elder Brother’s Help)

61. ऊँट और गीदड़ (The Story of Camel And Jackal)

62. उपकारी सड़क (Story of The Benefactor Road)

Frequently Asked Questions (FAQs)

नैतिक कहानियाँ क्या होती हैं?

नैतिक कहानियाँ वो कहानियाँ होती हैं जो हमें महत्वपूर्ण जीवन सिख और नैतिक मूल्यों को हिंदी भाषा में समझाती हैं।

बच्चों के लिए नैतिक कहानियों का महत्व क्या है?

नैतिक कहानियाँ बच्चों को महत्वपूर्ण जीवन सिख, नैतिकता, और मूल्यों को मनोरंजनपूर्ण और रोचक तरीके से सीखने में मदद करती हैं, जिससे व्यक्तित्व विकास होता है।

हिंदी में सबसे अच्छी नैतिक कहानियाँ कहाँ मिलेंगी?

आप हमारे लेख में हिंदी में सबसे अच्छी नैतिक कहानियों की एक चुनी हुई सूची पा सकते हैं।

क्या इन कहानियों के साथ चित्रों (Images) का उपयोग होता है?

कुछ कहानियों के साथ चित्रों (Images) या तस्वीरों का उपयोग हो सकता है ताकि कहानी को और अधिक समझाने में मदद मिले।

क्या ये कहानियाँ मुफ्त में उपलब्ध हैं?

हां, आप हमारे article में 21 सबसे अच्छी हिंदी नैतिक कहानियों को मुफ्त में पढ़ सकते हैं।

Conclusion

हम आशा करते है कि Moral stories in Hindi आपको जरूर अच्छी लगी होगी। इन Moral stories को आप अपने दोस्तो यारो और परिवार के बच्चो को Share कर सकते है। इन कहानियों से बच्चो में बौद्धिक विकास करने में सहायक साबित होगी। बच्चो को भविष्य में एक आदर्श व शिक्षित इंसान बनने में ये कहानियां मदद करेगी। वे गलत और सही की परख कर सकेंगे। नैतिक कहानियां हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आशा करते है कि आपको इन कहानियों से कुछ न कुछ सीखने को मिला होगा। आप रोचक कहानियों के लिए हमारे website Zeromaster के साथ जुड़े रहे।

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