मुर्गी और पक्षी (Hen and Bird)

murgi aur pakshi

एक बार की बात है एक गाँव में एक मुर्गी रहा करती थी। वह बहुत ही स्वाभिमानी थी। वह हर रोज अपना काम करती थी अपने मालिक के लिए अंडे देना। वह अपना काम पूरे दिन ईमानदारी पूर्वक करा करती थी। गाँव के समीप ही एक जंगल था। उसमें एक पक्षी रहती थी।

वह अपना जीवन खुशहाल वातावरण में व्यतीत कर रही थी। पक्षी एक दिन दाना चुगने के लिए गांव की ओर आई। उसकी भेंट मुर्गी से हो गई और दोनो आपस में अच्छे दोस्त बन जाते हैं। वे दोनों बहुत समय साथ बिताते थे और एक-दूसरे के साथ खुशियाँ और दुख बाँटते थे।

मुर्गी और पक्षी : मुर्गी ने अपने दोस्त पक्षी से मांगी मदद

एक बार गांव के लोग एक त्योहार के लिए काफी खुष थे। वे लोग त्योहार की तैयारी में जुट गए थे। त्योहार के लिए सभी गाँव वालों ने अपने अपने अच्छे खास प्रकार के खाने तैयार कर त्योहार मनाने के लिए जंगल की ओर जाने लगे। मुर्गी भी तैयारी करते समय सोचने लगी, मैं क्या ला सकती हूँ जिससे लोग मेरे मालिक के लिए खुश हो जाएं। उसके मन में एक विचार आया और वह अपने दोस्त पक्षी के पास जाकर उससे मदद मांगी।

मुर्गी ने अपने दोस्त पक्षी के पास जाकर कहती है मेरे दोस्त तू जंगल में जितना भी अच्छा खाना देख रहा है, क्या तू मेरे मालिक के लिए वह सब कुछ लाकर दे सकती है। पक्षी ने हंसते हुए जवाब दिया क्यों नही तुम तो मेरे मित्र हो और मुझे तुम्हारी इच्छा पूरी करने में खुषी होगी। उसी रात पक्षी जंगल में उसके मालिक के लिए सबसे अच्छा खाना ढूंढ़ने निकली। जंगल के पेड़ों से अच्छे फल, सुराख़ और कीटनाशक लायी।

पक्षी की इस पहल से मुर्गी हुई खुश

त्योहार के दिन मुर्गी अपने मालिक के साथ त्योहार मनाने गई और पक्षी ने अपने द्वारका में सब खाने का सामान सजाकर दिया। मुर्गी के मालिक ने देखा कि इस त्योहार पर उनके लिए कितना सब कुछ तैयार किया गया है और वे बहुत खुश हुए। मुर्गी ने पक्षी को इसके लिए धन्यवाद दिया।

मुर्गी ने पक्षी से कहा तुमने मेरे मालिक के लिए जो भी कुछ किया है वह सच में महत्वपूर्ण है। यह तुझे बताने के लिए आया कि एक अच्छा दोस्त हमेशा दुसरों की मदद करता है।

कहानी से सीख (Moral of The Story) :- इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि अच्छे दोस्त वे होते है जो हर परिस्थिति में हमारी सहायता करते है। हमें दूसरों की मदद करने का अवसर देखना चाहिए और जब हम मदद करते हैं, तो हमारे दोस्ती और भी मजबूत हो जाती है।


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